महर्षि वाल्मीकि ने रामायण में बताया है कि, भगवान श्री राम का चेहरा एकदम चंद्रमा की तरह चमकीला, सौम्य, कोमल और सुंदर था। उनकी आंखे कमल की भांति खबसूरत और बड़ी थी। उनकी नाक उनके चेहरे की तरह ही लंबी और सुडौल थी। उनके होठों का रंग सूर्य के रंग की तरह लाल था और उनके दोनों होठ समान थे। उनके कान बड़े थे और उनके कानों में कुंडल बहुत ही शोभा देते थे। उनके हाथ लंबे घुटने तक थे।
रामचरित्र मानस के अनुसार, भगवान राम की आंखें खिले कमल की तरह थी। भगवान राम के मुंख, हाथ और पैर का रंग भी लाल रंग के कमल की तरह हैं। चेहरे पर तेज और सूर्य की तरह आभा है। उनके तन का रंग नीले जलपूर्ण बादल की तरह सुंदर है। उनका रंग मेघ के समान प्रकाश लिए हुए है। भगवान राम के माथे पर तिलक है और उनके शरीर पर मनोहर आभूषण शोभायमान हैं।
मान्यता है कि भगवान राम जन्म में स्वयं दिव्य थे और उनकी वाणी धर्मग्रंथों में लिखी गई है। इसलिए, उनके जीवन से संबंधित जानकारी के लिए उनकी शिक्षाओं, कथाओं और कल्याणकारी कार्यों के अध्ययन पर आधारित धार्मिक ग्रंथों का उल्लेख करना सही होगा।
हालांकि, AI से बनाई गई तस्वीरों या सोशल मीडिया पोस्ट के विषय में कोई आधिकारिक जानकारी नहीं है। इसलिए, इस पर अधिक जानकारी देना संभव नहीं है।