रबी या रबीनिया जूस, जिसे हिंदी में गन्ने का जूस भी कहा जाता है, मधुमेह के लिए एक लोकप्रिय पदार्थ है जो गन्ने की रसी से बनाया जाता है। गन्ने का जूस न केवल स्वादिष्ट होता है, बल्कि इसके कई स्वास्थ्य लाभ भी होते हैं।
गन्ने के रस में कार्बोहाइड्रेट्स मौजूद होता है जो लंबे समय तक ऊर्जावान बनाए रखने में सहायक हो सकता है।
गन्ने के रस में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट लीवर के विषैले तत्वों को बाहर निकाल कर उसे इन्फेक्शन से बचाते हैं। पीलिया के रोग में गन्ने का जूस पीना काफी फायदेमंद माना जाता है।
गन्ने के रस में मौजूद टायसिन नामक एक फ्लेवोन पाया जाता है जो एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होता है साथ ही अपने एंटी प्रोलाइफरेटिव गतिविधि के कारण गन्ने का जूस कई तरह के कैंसर की कोशिकाओं को पनपने से रोकता है।
गन्ने के रस के नियमित उपयोग से कई तरह के बैक्टीरियल व वायरस संक्रमण से बचाव के साथ-साथ रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में भी मदद करता है।
ज्यादातर बुखार किसी न किसी संक्रमण के कारण आते हैं गन्ने के रस के उपयोग से संक्रमण से बचा जा सकता है इसीलिए गन्ने के रस की नियमित उपयोग से बुखार से राहत मिलता है।
यदि आप गले से जुड़ी समस्या जैसे टान्सिल्स आदि से परेशान है तो गन्ने के गन्ने का जूस का सेवन करने से आपको फायदा मिल सकता है।
गन्ने के रस के उपयोग से कई तरह के घाव भरने में मदद मिलती है। गन्ने से बनी शक्कर में एंटीमाइक्रोबियल गुण पाए जाते हैं जो घाव को ठीक करने में सहायक होते हैं।
गन्ने के रस में कैल्शियम भरपूर मात्रा में होता है जिससे नाखूनों को मजबूत, स्वास्थ्य और खूबसूरत बनाए रखने में मदद मिल सकती है।
गन्ने के रस में हाइड्राक्सी एसिड का अच्छा स्रोत है। जो हेल्थी त्वचा के लिए खास तत्व माना जाता है। साथ ही गन्ने के रस के उपयोग से मुंहासे से निजात मिलता है
गन्ने के रस में मौजूद फाइबर जो आपको लंबे समय तक पेट भरा हुआ महसूस कराता है। जो आपके अधिक खाने की इच्छा को रोकता है जिससे वजन को नियंत्रित बनाए रखने में मदद मिल सकती है।